અંતરથી લખેલી વાત અંતરને સ્પર્શી જાય છે,
ઘણી વાર એ વણકહી વાત પણ કહી જાય છે,
કેટલાક લોકો મૈત્રીનો અર્થ બદલી નાખે છે
અને કેટલાક લોકોની મૈત્રીથી.....
દુનિયા બદલાઈ જાય છે......11:06
*************************************
વૃક્ષ આપણને છાંયડો આપે છે પરંતુ છાંયડો
એના માટે તો પડછાયો જ છે ને ! આપણો
પડછાયો બીજાને માટે છાંયડો બની
જાય ત્યારે આપણા માણસપણાને
વૃક્ષત્વ ઊગતું હોય છે...
******************************
खोने की दहशत और पाने की चाहत न होती,
तो ना ख़ुदा होता कोई और न इबादत होती.
***************************
ऐ "सुख" तू कहाँ मिलता है
क्या तेरा कोई पक्का पता है
क्यों बन बैठा है अन्जाना
आखिर क्या है तेरा ठिकाना।
कहाँ कहाँ ढूंढा तुझको
पर तू न कहीं मिला मुझको
ढूंढा ऊँचे मकानों में
बड़ी बड़ी दुकानों में
स्वादिष्ट पकवानों में
चोटी के धनवानों में
वो भी तुझको ही ढूंढ रहे थे
बल्कि मुझको ही पूछ रहे थे
क्या आपको कुछ पता है
ये सुख आखिर कहाँ रहता है?
मेरे पास तो "दुःख" का पता था
जो सुबह शाम अक्सर मिलता था
परेशान होके शिकायत लिखवाई
पर ये कोशिश भी काम न आई
उम्र अब ढलान पे है
हौसला अब थकान पे है
हाँ उसकी तस्वीर है मेरे पास
अब भी बची हुई है आस
मैं भी हार नही मानूंगा
सुख के रहस्य को जानूंगा
बचपन में मिला करता था
मेरे साथ रहा करता था
पर जबसे मैं बड़ा हो गया
मेरा सुख मुझसे जुदा हो गया।
मैं फिर भी नही हुआ हताश
जारी रखी उसकी तलाश
एक दिन जब आवाज ये आई
क्या मुझको ढूंढ रहा है भाई
मैं तेरे अन्दर छुपा हुआ हूँ
तेरे ही घर में बसा हुआ हूँ
मेरा नहीं है कुछ भी "मोल"
सिक्कों में मुझको न तोल
मैं बच्चों की मुस्कानों में हूँ
हारमोनियम की तानों में हूँ
पत्नी के साथ चाय पीने में
"परिवार" के संग जीने में
माँ बाप के आशीर्वाद में
रसोई घर के पकवानों में
बच्चों की सफलता में हूँ
माँ की निश्छल ममता में हूँ
हर पल तेरे संग रहता हूँ
और अक्सर तुझसे कहता हूँ
मैं तो हूँ बस एक "अहसास"
बंद। कर दे तू मेरी तलाश
जो मिला उसी में कर "संतोष"
आज को जी ले कल की न सोच
कल के लिए आज को न खोना
मेरे लिए कभी दुखी न होना
मेरे लिए कभी दुखी न होना ।।
***************************
pappu-परफ्यूम की दुकान पर पहुंचा
दुकानदार से बोला, ‘आज मैं गर्लफ्रेंड के घर डिनर
पर जा रहा हूं।.......
उसे गिफ्ट में देने के लिए कोई परफ्यूम दे दो।’
एक परफ्यूम मिलने पर pappu फिर बोला, ......
‘अच्छा,
एक और परफ्यूम दे दो। उसकी बहन भी बड़ी खूूबसूरत
है, उसे दूंगा।’
थोड़ी देर में फिर बोला
‘अच्छा एक और दे दो।
गर्लफ्रेंड की मां भी अभी काफी जवान है।
एक उन्हें भी दे दूंगा।
बहुत पैसा है उनके पास इसलिए
सबको लाइन में रखा है।’
pappu-गर्लफ्रेंड के घर
डिनर पर पहुंचा और
जैसे ही लड़की के पापा आए वह सिर झुकाकर बैठ
गया।
गर्लफ्रेंड ने कहा, ‘मुझे नहीं पता था कि तुम इतने
शर्मीले हो।’
pappu-ने जवाब दिया, ‘मुझे
भी कहां पता था कि तुम्हारे पापा की परफ्यूम
की दुकान है!’
thoko tali
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ઘણી વાર એ વણકહી વાત પણ કહી જાય છે,
કેટલાક લોકો મૈત્રીનો અર્થ બદલી નાખે છે
અને કેટલાક લોકોની મૈત્રીથી.....
દુનિયા બદલાઈ જાય છે......11:06
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વૃક્ષ આપણને છાંયડો આપે છે પરંતુ છાંયડો
એના માટે તો પડછાયો જ છે ને ! આપણો
પડછાયો બીજાને માટે છાંયડો બની
જાય ત્યારે આપણા માણસપણાને
વૃક્ષત્વ ઊગતું હોય છે...
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खोने की दहशत और पाने की चाहत न होती,
तो ना ख़ुदा होता कोई और न इबादत होती.
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ऐ "सुख" तू कहाँ मिलता है
क्या तेरा कोई पक्का पता है
क्यों बन बैठा है अन्जाना
आखिर क्या है तेरा ठिकाना।
कहाँ कहाँ ढूंढा तुझको
पर तू न कहीं मिला मुझको
ढूंढा ऊँचे मकानों में
बड़ी बड़ी दुकानों में
स्वादिष्ट पकवानों में
चोटी के धनवानों में
वो भी तुझको ही ढूंढ रहे थे
बल्कि मुझको ही पूछ रहे थे
क्या आपको कुछ पता है
ये सुख आखिर कहाँ रहता है?
मेरे पास तो "दुःख" का पता था
जो सुबह शाम अक्सर मिलता था
परेशान होके शिकायत लिखवाई
पर ये कोशिश भी काम न आई
उम्र अब ढलान पे है
हौसला अब थकान पे है
हाँ उसकी तस्वीर है मेरे पास
अब भी बची हुई है आस
मैं भी हार नही मानूंगा
सुख के रहस्य को जानूंगा
बचपन में मिला करता था
मेरे साथ रहा करता था
पर जबसे मैं बड़ा हो गया
मेरा सुख मुझसे जुदा हो गया।
मैं फिर भी नही हुआ हताश
जारी रखी उसकी तलाश
एक दिन जब आवाज ये आई
क्या मुझको ढूंढ रहा है भाई
मैं तेरे अन्दर छुपा हुआ हूँ
तेरे ही घर में बसा हुआ हूँ
मेरा नहीं है कुछ भी "मोल"
सिक्कों में मुझको न तोल
मैं बच्चों की मुस्कानों में हूँ
हारमोनियम की तानों में हूँ
पत्नी के साथ चाय पीने में
"परिवार" के संग जीने में
माँ बाप के आशीर्वाद में
रसोई घर के पकवानों में
बच्चों की सफलता में हूँ
माँ की निश्छल ममता में हूँ
हर पल तेरे संग रहता हूँ
और अक्सर तुझसे कहता हूँ
मैं तो हूँ बस एक "अहसास"
बंद। कर दे तू मेरी तलाश
जो मिला उसी में कर "संतोष"
आज को जी ले कल की न सोच
कल के लिए आज को न खोना
मेरे लिए कभी दुखी न होना
मेरे लिए कभी दुखी न होना ।।
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pappu-परफ्यूम की दुकान पर पहुंचा
दुकानदार से बोला, ‘आज मैं गर्लफ्रेंड के घर डिनर
पर जा रहा हूं।.......
उसे गिफ्ट में देने के लिए कोई परफ्यूम दे दो।’
एक परफ्यूम मिलने पर pappu फिर बोला, ......
‘अच्छा,
एक और परफ्यूम दे दो। उसकी बहन भी बड़ी खूूबसूरत
है, उसे दूंगा।’
थोड़ी देर में फिर बोला
‘अच्छा एक और दे दो।
गर्लफ्रेंड की मां भी अभी काफी जवान है।
एक उन्हें भी दे दूंगा।
बहुत पैसा है उनके पास इसलिए
सबको लाइन में रखा है।’
pappu-गर्लफ्रेंड के घर
डिनर पर पहुंचा और
जैसे ही लड़की के पापा आए वह सिर झुकाकर बैठ
गया।
गर्लफ्रेंड ने कहा, ‘मुझे नहीं पता था कि तुम इतने
शर्मीले हो।’
pappu-ने जवाब दिया, ‘मुझे
भी कहां पता था कि तुम्हारे पापा की परफ्यूम
की दुकान है!’
thoko tali
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