Saturday, October 17, 2015

17-10-2015

લાગણીઓ નો જમાનો નથી...
લોકો કેવા રમી જાય છે.
જેને પોતાના માન્યા જીંદગીભર...
એને બીજા ગમી જાય છે...
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જાણવું છે શું અંધારુ છે. .?      
જીવન તારા વિનાનુ, મારુ છે, ,,,!!
***********************
 ❛ અતિતને
કયાં હોય છે અંત

જરા યાદ કરો
એટલે થાય જીવંત ❜
****************
આ મારા
 અને
આ મારી
એની જ છે બધી
 મારામારી.
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ખોટી વાહ..... અને પાછળ થી ઘા...
આપણાં લોહી માં જ નથી વાલા...!
********************
फिल्मों के 10 dialog हैं. ये आपको कहीं हिम्मत
नहीं हारने देंगे और सफलता पाने का जज्बा
हमेशा जगाए रखेंगे .
1. 3 Idiots: काबिल हो जा मेरे बच्चे,
कामयाबी तुम्हारे पीछे झक मार कर आएगी.
2. Dhoom 3: जो काम दुनिया को नामुमकिन
लगे, वही मौका होता है करतब दिखाने का.
3. Badmaash Company: बड़े से बड़ा बिजनेस पैसे से
नहीं, एक बड़े आइडिया से बड़ा होता है.
4. Yeh Jawaani Hai Deewani: मैं उठना चाहता हूं,
दौड़ना चाहता हूं, गिरना भी चाहता हूं....बस
रुकना नहीं चाहता .
5. Sarkar: नजदीकी फायदा देखने से पहले दूर का
नुकसान सोचना चाहिए.
6. Namastey London: जब तक हार नहीं होती
ना....तब तक आदमी जीता हुआ रहता है.
7. Chak De! India: वार करना है तो सामने वाले
के गोल पर नहीं, सामने वाले के दिमाग पर
करो..गोल खुद ब खुद हो जाएगा.
8. Mary Kom: कभी किसी को इतना भी मत
डराओ कि डर ही खत्म हो जाए.
9. Jannat: जो हारता है, वही तो जीतने का
मतलब जानता है.
10.Happy New Year: दुनिया में दो तरह के लोग
होते हैं विनर और लूजर...लेकिन जिंदगी हर लूजर
को एक मौका जरूर देती है जिसमें वह विनर बन
सकता है.
*********************
 थोडा वक्त खुद के
       लिये निकालिये और ये
       कुछ बेहतरीन शब्द पढे़.
•   बहुत गहराई है इनमें..
        ==============
           
 बिना लिबास आए थे इस
       जहां में,
 बस एक कफ़न की खातिर,
      इतना सफर करना पड़ा
      ===============

 समय के एक तमाचे की देर
       है प्यारे,
 मेरी फकीरी भी क्या,
      तेरी बादशाही भी क्या..
      ==============

 जैसा भी हूं अच्छा या बुरा
      अपने लिये हूं,
 मै खुद को नही देखता औरो
      की नजर से..
     =================

 मुलाकात जरुरी हैं,
   अगर रिश्ते निभाने हो,
 वरना लगा कर भूल जाने से
       पौधे भी सूख जाते हैं..
      ================

 नींद आए या ना आए,
      चिराग बुझा दिया करो,
 यूँ रात भर किसी का
     जलना, हमसे देखा नहीं
      जाता..
     ===============

 मोबाइल चलाना अब जिसे
      सिखा रहा हूँ मैं,
 पहला शब्द लिखना उसने
     मुझे सिखाया था..
      ==============

 यहाँ हर किसी को,
    दरारों में झांकने की आदत है,
 दरवाजे खोल दो तो कोई
       पूछने भी नहीं आएगा..
    =================

 तू अचानक मिल गई तो
      कैसे पहचानुंगा मैं,
ऐ खुशी....तू अपनी एक
      तस्वीर भेज दे..
   =================

 इसी लिए तो बच्चों पे नूर
     सा बरसता है,
 शरारतें करते हैं, साजिशें तो
     नहीं करते..
     =================

 महँगी से महँगी घड़ी पहन
     कर देख ली,
 वक़्त फिर भी मेरे हिसाब से
     कभी ना चला..
 ===================

यूं ही हम दिल को साफ रखा
      करते थे ..
 पता नही था की, ‘कीमत
      चेहरों की होती है..
   ==================

दो बातें इंसान को अपनों से
     दूर कर देती हैं,
एक उसका ‘अहम’ और
     दूसरा उसका ‘वहम’..
  ==================

पैसे से सुख कभी खरीदा
     नहीं जाता,
 और दुःख का कोई खरीदार
     नहीं होता.
    =================

 मुझे जिंदगी का इतना
      तजुर्बा तो नहीं,
 पर सुना है सादगी में लोग

       जीने नहीं देते..
****************
........खुशी बाटो खुशी मिलेगी.......

एक बार एक व्यक्ति ने..
एक..नया मकान...खरीदा..
उसमे.फलों का बगीचा भी था..
...
...मगर पडोस के मकान पुराने थे..और उनमे कई लोग रहते थे.
...
..कुछ दिन बाद उसने देखा कि पडौस के मकान से किसी ने बाल्टी भर कूडा उसके घर ...दरवाजे पर डाल दिया है..
.....
..शाम को उस व्यक्ति ने एक बाल्टी ली उसमे ताजे फल रखे ..
और उस घर के दरवाजे पर घंटी बजायी....
..उस घर के लोग बेचैन हो गये.
और वो सोचने लगे कि वह उनसे सुबह की घटना के लिये लडने आया है..
..अत वे पहले ही तैयार हो गये और बुरा भला बोलने लगे..
.मगर जैसे ही उन्होने दरवाजा खोला....
.....वे हैरान हो गये...रसीले ताजे फलों की भरी बाल्टी के साथ......मुस्कान चेहरे पर लिये नया पडोसी सामने खडा था...
.........सब हैरान थे....
....उसने कहा....जो मेरे पास था वही मैं आपके लिये ला सका...

.....
.....
...........सच है जिसके पास जो है वही वह दूसरे को .....दे सकता है...
..जरा सोचिये..
.कि मेरे पास दूसरो
के लिये क्या है..
.....
...........दाग तेरे दामन के धुले ना धुले
नेकी तेरी कही पर तुले ना तुले.....
मांग ले अपनी गलतियो की माफी खुद से.
क्या पता आँख कल ये खुले ना खुले.......

प्यार बांटो प्यार मिलेगा,
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After having failed his exam, a student goes and confronts his lecturer about it.
Student:
“Sir, do you really understand anything about the subject?”
Professor:
“Surely I must. Otherwise I would not be a professor!”
Student:
“Great, well then I would like to ask you a question. If you can give me the correct answer, I will accept my mark as is and go. If you however do not know the answer, I want you to give me an “A” for the Exam.”
Professor:
“Okay, it’s a deal. So what is the question?”
Student:
“What is legal but not logical, logical but not legal, and neither logical nor legal?”
Even after some long and hard consideration, the professor cannot give the student an answer, and therefore changes his exam mark into an “A”, as agreed.
Afterwards, the professor calls on his best student and asks him the same question.
He immediately answers:
“Sir, you are 63 years old and married to a 35 year old woman, which is legal, but not logical. Your wife has a 17 Year old lover, which is logical but not legal. The fact that you have given your wife’s lover an “A”, although he really should have failed, is neither legal nor logical.”
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Friday, October 16, 2015

16-10-2015

संस्कृत की क्लास मे गुरूजी ने पूछा = पप्पू इस श्लोक का अर्थ बताओ.

"कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन".

पप्पू = राधिका शायद रस्ते मे फल बेचने का काम कर रही है.😎


गुरूजी = मूर्ख, ये अर्थ नही होता है. चल इसका अर्थ बता:-

"बहुनि मे व्यतीतानि, जन्मानि तव चार्जुन."

पप्पू = मेरी बहू के कई बच्चे पैदा हो चुके हैं, सभी का जन्म चार जून को हुआ है.😬😑


गुरूजी = अरे गधे, संस्कृत पढता है कि घास चरता है. अब इसका अर्थ बता:-

"दक्षिणे लक्ष्मणोयस्य वामे तू जनकात्मजा."

पप्पू = दक्षिण मे खडे होकर लक्ष्मण बोला जनक आजकल तो तू बहुत मजे मे है.


गुरूजी = अरे पागल, तुझे १ भी श्लोक का अर्थ नही मालूम है क्या ?

पप्पू = मालूम है ना.

गूरूजी = तो आखरी बार पूछता हूँ इस श्लोक का सही सही अर्थ बताना.-

हे पार्थ त्वया चापि मम चापि.......! क्या अर्थ है जल्दी से बता.

पप्पू = महाभारत के युद्ध मे श्रीकृष्ण भगवान अर्जुन से कह रहे हैं कि........


गुरूजी उत्साहित होकर बीच मे ही कहते हैं = हाँ, शाबास, बता क्या कहा श्रीकृष्ण ने अर्जुन से........?


पप्पू =

भगवान बोले = अर्जुन तू भी चाय पी ले, मैं भी चाय पी लेता हूँ. फिर युद्ध करेंगे.


गुरूजी बेहोश..............
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एक दम नया

डॉक्टर : तबियत कैसी है....?

Admi: पहले से ज्यादा खराब है...

डॉक्टर : दवाई खा ली थी...?

Admi: खाली नहीं थी भरी हुई थी...

डॉक्टर : मेरा मतलब है दवाई ले ली थी..?

Admi:जी आप ही से तो ली थी...

डाक्टर : बेवक़ूफ़ !! दवाई पी ली थी...?

Admi: नहीं जी दवाई नीली थी...

डॉक्टर : अबे गधे दवाई को पी लिया था..?

Admi: नहीं जी पीलिया तो मुझे था...

डॉक्टर : उल्लू के पट्ठे !! दवाई को खोल के मुँह में रख लिया था...?

Admi : नहीं आप ही ने तो कहा था कि फ्रिज में रखना.....

डॉक्टर : अबे साले क्या मार खायेगा...?

Admi: नहीं दवाई खाऊंगा...

डॉक्टर : निकल साले, पागल कही का...

Admi;जा रहा हूँ, फिर कब आऊँ...?
डॉक्टर : मरने के बाद...
Admi: आप या मै...?
डॉक्टर बेहोश.....
Admiफरार...
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A man approached a Gujarati in Ahmadabad Railway Station.

“Sir, I have lost my purse and all my money in it. I need 150 for rail ticket and another  50 for the bus fare to reach home. Will you help me?

Gujju gave this brilliant suggestion.

“Does your family have a mobile phone?
“Yes sir!”
“Take my mobile. Call your family. Give my mobile number. Ask them to recharge 200 for my phone. Take  200 from me after that.”

Can anyone beat a Gujju in business sense?
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Sasur To Damad::
Beta kal tumhare saale
ke liye ladki dekhne jana
hai..
Tum kal yaha aajao...

Damad To Sasur::
Sasur ji aap apne hisab
se hi dekh lo...
Yahan is maamle mein
to mera khudka decision
hi galat hua pada hai...
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रामायण aaj होती तो कैसी खबरे आती ...

 ● राजा दशरथ ने की श्रवण कुमार की हत्या , FIR दर्ज...

 ●अयोध्या के राजपाठ को लेके राजा-रानी में विवाद बढ़ा

 ● केवट द्वारा चरण धुलवाने से मायावती हुई नाराज़ , कहा ये हैं दलितों का अपमान

 ● तड़का वध व सूर्पनखा की नाक कटाई के विरोध में महिला आयोग का अयोध्या में प्रदर्शन जारी

 ● राजा दशरथ की अंतिम शव यात्रा में स्वयं दशरथ भी मौजूद : इंडिया टीवी

 ● बाली की हत्या की शक की सुई श्रीराम पर ठहरी , सप्ताह भर में सीबीआई पेश करेगी रिपोर्ट

 ● 6 माह तक रावण को अपनी काख में दबा के घुमने के जुर्म में बाली के खिलाफ इन्द्रजीत ने मुकदमा दायर किया

 ● सोने का हिरन मारने पर श्रीरामजी को वन विभाग से मिली चेतावनी

 ● श्रीराम ने अपनी पत्नी सीता के अपहरण का मामला दर्ज कराया

 ● बिना वीसा हनुमान लंका गए , श्रीलंका सरकार ने जताई आपति

 ● समुद्र पर असंवेधानिक सेतु बनाने पर नल व नील से सीबीआई करेगी पूछताछ

 ● अशोक वाटिका उजाड़ने , युवराज अक्ष को मारने व लंका में आग लगाने के जुर्म में रावण ने वीरहनुमान को बंदी बनाया

 ● हिमालय वासियों ने पर्वत श्रृंखला से एक पर्वत के चोरी हो जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई

 ● अंगद ने लंका के राजा का उन्ही के निवास स्थान में जाके किया अपमान

 ● विभीषण पर देशद्रोह का आरोप , हुए तड़ीपार

 ● श्रीराम ने किया रावण का फर्जी एनकाउंटर , भारत व श्रीलंका सरकार की दूरियां बढ़ी

 ● सीता से अग्नि परीक्षा मांगने पर महिला आयोग ने श्रीराम की कड़े शब्दों में निंदा की

 ● क्या✈ पुष्पक विमान को अयोध्या में उतरने की अनुमति देगी सरकार

 ● सुप्रीम कोर्ट ने जनता की मांग पर श्रीराम व उनकी सेना को सभी आरोपों से मुक्त किया

 ** इति श्री रामायण कथा समाप्त
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रघुपति राघव राजा राम,
जेल के अन्दर आशाराम।
साधू बन के ऐसे काम,
कैदी बन के करो आराम।
देख लिये अपना अंजाम,
हुए बुढ़ापे में बदनाम।
झूटे पाखंडी के नाम,
देश का है ये पैगाम।
खुद को कहते थे भगवन,
☝पकड़े गये न झंडू बाम।

जो ये मैसेज औरों को भेजे उसको जादू की झप्पी
और जो ना भेजे उसे आसाराम बापू की पप्पी
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After having failed his exam, a student goes and confronts his lecturer about it.
Student:
“Sir, do you really understand anything about the subject?”
Professor:
“Surely I must. Otherwise I would not be a professor!”
Student:
“Great, well then I would like to ask you a question. If you can give me the correct answer, I will accept my mark as is and go. If you however do not know the answer, I want you to give me an “A” for the Exam.”
Professor:
“Okay, it’s a deal. So what is the question?”
Student:
“What is legal but not logical, logical but not legal, and neither logical nor legal?”
Even after some long and hard consideration, the professor cannot give the student an answer, and therefore changes his exam mark into an “A”, as agreed.
Afterwards, the professor calls on his best student and asks him the same question.
He immediately answers:
“Sir, you are 63 years old and married to a 35 year old woman, which is legal, but not logical. Your wife has a 17 Year old lover, which is logical but not legal. The fact that you have given your wife’s lover an “A”, although he really should have failed, is neither legal nor logical.”
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કેવાં હતાં આપણે બધાં પાસે-પાસે?
જો ને નીકળી ગયા સહુ જીંદગીના પ્રવાસે..!

માળો બનાવવામાં એવા મશગુલ થઇ ગયા;
ઉડવા માટે પાંખ છે એજ ભૂલી ગયા..!!
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દરેક ખુશી છે અહિ લોકો પાસે
પણ હસવા માટે સમય નથી...
દિવસ-રાત દોડતી દુનિયા મા
જિંદગી માટે પણ સમય નથી...

મા ના હાલરડાં નો અહેસાસ છે
પણ મા ની મમતા માટે સમય નથી...
બધા સંબંધો તો મરી ગયા જાણે
પણ તેમને દફનાવવાનો સમય નથી...

બધા નામ મોબઈલ મા છે પણ
મિત્રતા માટે સમય નથી...
પારકા ઓ ની શું વાત કરવી
પોતાના માટે પણ સમય નથી...

આંખો મા છે ઊંઘ ઘણીયે
પણ સુવા મટે સમય નથી...
દિલ છે ગમો થી ભરેલું
પણ રોવા માટે સમય નથી...

પૈસા ની દોડ મા એવા દોડ્યા
કે થાકવા નો પણ સમય નથી...
પારકા અહેસાનો ની શુ કદર કરીએ
જ્યાં પોતાના સપના ની જ કદર નથી...

તુ જ કહે મને એ
શુ થશે આ જિંદગી નુ...
દરેક પળે મરવા વાળા ને
જિવવા માટે પણ સમય નથી..!!
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Thursday, October 15, 2015

15-10-2015

अगर आपने अपनी शट॔ का पहला बटन गलत लगाया है तो निसंदेह बाकी सभी बटन गलत ही लगेंगे ।
      .न

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      - घनश्याम टेलर


जरूरी नही है हर बात म. गांधी या शेक्सपीयर ने कही हो ।।।
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अगर आपकी राह में छोटे छोटे पत्थर आये तो समझ लेना।।।

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।।।।।रोड का काम चल रहा हे।।।

��भंवरलाल  ठेकेदार��

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 जिंदगी में सिर्फ पाना ही सबकुछ नहीं होता


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I
उसके साथ नट बोल्ट भी चाहिए...
-महादेव मिस्त्री
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 "अगर बसंती की मौसी, ठाकुर को राखी बांधे तो बसंती और ठाकुर का क्या रिश्ता हुआ ?
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अपना-अपना काम करो कोई रिश्ता नहीं बनता; क्योंकि ठाकुर के हाथ ही नहीं थे."
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 तुम मुझे खून दो...

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,
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मैं तुम्हे ३ बजे तक
रिपोर्ट दूंगा...!!

'गुप्ता पैथोलॉजी'
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 Very Touchy lines. ....

यहाँ खुदा है, वहाँ खुदा है
आस पास खुदा ही खुदा है
जहाँ खुदा नहीं है, वहाँ कल खुदेगा
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  --नगरपालिका--
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साहित्य के लफंगे आइये जाने इन ‪#‎साहित्यकारों‬ की हक़ीक़त
• डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पं दीन दयाल उपाध्याय की संदिग्ध हत्या हुई थी तब कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ?

• पूर्व प्रधान मंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी का चुनाव इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने रद्द कर दिया और उने चुनाव लड़ने पर 6 साल की पाबंदी भी लगा दी गई थी । जनता के आक्रोश को दबाने के लिए देश पर आपातकाल थोप दिया गया था । लाखों लोगों को जेलों में ठूंस दिया गया था तब कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ?

• जब आपातकाल के दौरान चमचे Indira is India and India is Indira और आपातकाल अनुशासन पर्व है जैसे गीत गा रहे थे तब कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ?

• जब 1 रु 90 पैसे बिकने वाली चीनी 19 रु प्रति किलो बिक रही थी (1980) तब कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ? (उस समय एक मज़दूर की मज़दूरी केवल 10 रु दैनिक होती थी ।)

• जब इंदिरा जी की हत्या हुई थी तो कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ?

• जब दिल्ली और पूरे देश में हजारों केशधारी बंधुओं (सिखों) को ज़िदा जलाया जा रहा ता तो कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ?

• जब भोपाल में यूनियन कार्बाइड की गैस से 15000 से अधिक लोग मारे गए थे और हजारों की संख्या में लोग स्थाई रूप से विकलांग हो गए थे तब कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ?

• जब उसी यूनियन कार्बाइड के मालिक माइकल एंडरसन को रात के अंधेरे में देश से भगा दिया था तब कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ?

• जब मंडल की आग पूरे देश में लगी थी और सैंकड़ों युवाओं ने मंडल आयोग की सिफ़ारिशों को लागू करने के विरोधी में आत्मदाह किया था तब कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ?

• जब पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी की हत्या हुई थी तो कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ?

• जब बोफ़ोर्स के बिचोलिए क्वात्रोची को देश से भगाया था तब कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ?

• जब निहत्थे कार सेवकों पर गोलियां चलाई जा रही थी तक कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ?

• जब बाबरी मस्जिद ‪#‎शहीद‬ की गई थी (शेखुलरों के शब्दों में) तब कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ?

 • गोधरा और गुजरात के दंगों के बाद कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ?

• संसद पर आतंकवादियों के हमले के समय कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ?

• 26/11 के हमले और हेमंत करकरे की शहादत के समय कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ?

• जब पाकिस्तान के सैनिक भारतीय सैनिकों के सिर काट कर ले गए थे तब कितने साहित्यकारों ने लौटाया था सम्मान ?

लिखने को तो और भी बहुत कुछ है । असल बात तो यह है कि कुछ JNU के मानस पुत्र और NGO NGO का खेल खेलने वाले लोग आज़ादी के बाद पहली ग़ैर कांग्रेसी और ऊपर से राष्ट्रवादी सरकार के अस्तित्व को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं । उन को लगता है कि यदा यह सरकार सफल हो गई तो उन का ख़ुद का अस्तित्व ही संकट में पड़ जाएगा । तो वे शेखुलरों और अपने विदेशी आकाकों के इशारे पर हर वह काम करने पर तुले हैं जिस से कि इस सरकार की देश और विदेश में अधिक से अधिक बदनामी हो ।
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Worth reading:

You were born in a first class hospital, I was delivered at home, we both survived.

You went to a private primary school and I went to a public school, we both ended in the same high school.

You woke up from the bed and I woke from the floor, we both had a peaceful night rest.

Your outfits are all expensive, mine are all simple and cheap, we both still cover our nakedness.

You ate fried rice and roasted chicken, I ate local made food but we both still ate to our satisfaction.

You ride on Lexus jeep, Range Rover, G Wagon, Hummer Jeep and I use public transport but we still got to our various destination.

You may be reading this post from your Sony xperia, BB Z10, Q10, Samsung Galaxy 6edge, IPhone6+ and I typed it with my Touch one broken screen, we still see the message.

Lifestyle is not a competition and there are different ways to get a lot of things done, different lanes all leading to the same destination. Just because your neighbour is doing things faster does not mean you are failing.

Happiness doesn't come from having everything, but making the best out of what you have, it's all about how you see yourself.

Happiness is not having what you like. Happiness is liking what you have and being content...   
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Courtesy says
You must never ask a woman her age and a man his salary..

Do you know why, Have you ever thought about it..

Well here is a beautiful insight...

It is wrong to ask a woman her age because she hardly ever lives for herself!

And it is wrong to ask a man his salary because he hardly ever spends on himself!.
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Must read.

The Japanese have always loved fresh fish
But the water close to Japan has not held many  fish for decades.

So to feed the Japanese population, fishing boats got bigger and went farther than ever.

The further the fishermen went, the longer it took to bring the fish
If the return trip took more time, the fish were not fresh.

To solve this problem, fish  companies installed freezers on their boats.

They would catch the fish  and freeze them at sea.

Freezers allowed the boats to go farther and stay longer.

However, the Japanese could taste the difference between fresh and frozen fish and they did not like the taste of frozen fish
The frozen fish brought a lower price.

So, fishing companies installed fish tanks.

They would catch the fish  and stuff them in the tanks, fin to fin.

After a little thrashing around, they were tired, dull, and lost their fresh-fish taste.

The fishing industry faced an impending crisis!

But today, they get fresh-tasting fish to Japan.

How did they manage...?

To keep the fish tasting fresh, the Japanese fishing companies still put the fish in the tanks but with a small shark The fish are challenged and hence are constantly on the move.

The challenge they face keeps them alive and fresh!

Have you realized that some of us are also living in a pond but most of the time tired and dull....?

Basically in our lives, sharks  are new challenges to keep us active.

If you are steadily conquering
challenges, you are happy.

Your challenges keep you energized.

Don’t create Success and revel in it in a state of inertia.

You have the resources, skills and abilities to make a difference.

Put a shark  in your tank this month and see how far you can really go.
********************
Which is the most dangerous Alphabet

























Answer -- " W ".

It is tension generator..

All the worries get initiated with ' w '. .


Who

Why

What

When

Which

Whom

Where

War 

Wine

Whisky

Wealth

Work

Worries

Woman

& finally. . .

Believe it or not






** WIFE **



and the most dangerous question coming from w (wife) .

Woh kaun thi ?


All The Major Things A Woman Needs In Her LifeTime Start With The

 Letter 'M'. Ⓜ

Ⓜ Man.
Ⓜ Money.
Ⓜ Make-Up.
Ⓜ Motor Car.
Ⓜ Movies.
Ⓜ Masti.
Ⓜ Mall.


Last But Not The Least.
And The 2 Most Imp.

....

....


ⓂMaid



ⓂMaaikewaale.


Dedicated to all Wives by their dear Husbands: A new version of the famous lines from "SILSILA":
"Main aur Meri Tanhaai aksar yeh Baate karte hain, Tum hoti to aisa hota, Tum hoti to waisa hota,

AUR TUM na hoti to
PAISA hota."
Dont laugh alone please pass it on...
**********************************

Wednesday, October 14, 2015

14-10-2015

सवाल : एक पत्नी को कैसे खुश
रखा जा सकता है?
जवाब : एक पत्नी को खुश रखना कोई
ज्यादा मुश्किल का काम नहीं है,
इसके लिये सिर्फ़ आपको बनना होगा-
1. एक दोस्त
2. साथी
3. प्रेमी
4. रसोईया
5. इलेक्टीशियन
6. कॉरपेंटर
7. प्लम्बर
8. मेकैनिक
.
.
.
.
.
.
312. अच्छा श्रोता
313. अच्छा कैशियर
.
.
.
.
.
.
.
1054. कवि
1055. खुद पर निर्भर
.
.
.
.
.
.
.
.
50014. एक मनोवैज्ञानिक
50015. एक ज्योतिष
.
.
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.
.
.
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3110018. स्टाइलिश
3110019. फ़ैशनेबल
3110020. ड्राईवर
लेकिन ये जरा भी मुश्किल नहीं है । आप बन सकते
हैं,
एक पत्नी सिर्फ़ इतना ही तो चाहती हैं अपने
पति से
अगर कुछ छुट गया हो तो बता दें....

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 मुम्बई के एक बड़े हॉस्पिटल के आई सी यु में हर


रविवार एक ही बिस्तर पे ठीक 11 बजे
किसी एक

मरीज की मौत हो रही थी ।

उस बेड पर जिस भी मरीज को लिटाया जाता वह

रविवार को ठीक 11 बजे मर जाता था ।

हर रविवार उसी बेड पर ठीक
उसी समय हो रही

मौत डॉक्टरों की समझ से परे थी ।

अंत में डॉक्टर ये मानने को मजबूर हो गए की ज़रूर ये
किसी
अलौकिक शक्ति या

भूत प्रेत या चुड़ैल की
वजह से हो रहा है ।

मौत के कारण का पता
लगाने के लिए


विश्वस्तरीय डॉक्टरों की
एक टीम गठित
की गई  ।

टीम को अगले रविवार का बेसब्री से इंतज़ार था ।

अगले रविवार सुबह 11 बजे
से कुछ मिनट पहले ही

सारे डॉक्टर और नर्स और बेड के चारों ओर खड़े हो गए ।

सब के सब मौत का कारण जानने  के  लिए  अत्यंत उत्सुक  थे ।

भूत प्रेत का भय उनके चेहरे पर स्पष्ट नजर आ रहा था ।

किसी अनहोनी की आशंका से उन सब की बोलती बंद हो गई थी ।

11 बजने ही वाले थे ..........
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तभी
अचानक
आई . सी . यू .
के
दरवाजे
के
हैंडिल
खटकने
की
आवाज
हुई ।
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सबकी 
जान 
सांसों 
में
अटक
गई ।
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चरमराहट 
की
आवाज
के
साथ
दरवाजा
खुला  ।
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सभी
लोगों
के
बदन
पसीने
से
नहा
चुके
थे
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दरवाजे
के
अंदर
एक
सफ़ेद
साडी
में
लिपटी
औरत
ने
प्रवेश
किया
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सभी
देखने
वालो
के
गले
के
नीचे
थूक
तक
नहीं
उतर
रहा
था
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और वह पार्ट टाइम स्वीपर
आई . सी .  यू .  में
दाखिल होती है ,

और उस बेड के

लाइफ सपोर्ट सिस्टम

का प्लग हटाकर अपना
मोबाइल
चार्ज पे लगा देती है. 

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 मकान चाहे कच्चे थे
लेकिन रिश्ते सारे सच्चे थे...

चारपाई पर बैठते थे
पास पास रहते थे...

सोफे और डबल बेड आ गए
दूरियां हमारी बढा गए....

छतों पर अब न सोते हैं
बात बतंगड अब न होते हैं..

आंगन में वृक्ष थे
सांझे सुख दुख थे...

दरवाजा खुला रहता था
राही भी आ बैठता था...

कौवे भी कांवते थे
मेहमान आते जाते थे...

इक साइकिल ही पास था
फिर भी मेल जोल था...

रिश्ते निभाते थे
रूठते मनाते थे...

पैसा चाहे कम था
माथे पे ना गम था...

मकान चाहे कच्चे थे
रिश्ते सारे सच्चे थे...

अब शायद कुछ पा लिया है
पर लगता है कि बहुत कुछ गंवा दिया

जीवन की भाग-दौड़ में -
क्यूँ वक़्त के साथ रंगत खो जाती है?
हँसती-खेलती ज़िन्दगी भी आम हो जाती है।

एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम
और
आज कई बार
बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है!!

कितने दूर निकल गए,
रिश्तो को निभाते निभाते

खुद को खो दिया हमने,
अपनों को पाते पाते

Beautiful poem by
--हरिवंशराय बच्च

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हालिया फिल्मों के 10 एेसे ही संवाद हम आपके लिए ले‍कर आए हैं. ये आपको कहीं हिम्मत नहीं हारने देंगे और सफलता पाने का जज्बा हमेशा जगाए रखेंगे .

1. 3 Idiots: काबिल हो जा मेरे बच्चे, कामयाबी तुम्हारे पीछे झक मार कर आएगी.

2. Dhoom 3: जो काम दुनिया को नामुमकिन लगे, वही मौका होता है करतब दिखाने का.

3. Badmaash Company: बड़े से बड़ा बिजनेस पैसे से नहीं, एक बड़े आइडिया से बड़ा होता है.

4. Yeh Jawaani Hai Deewani: मैं उठना चाहता हूं, दौड़ना चाहता हूं, गिरना भी चाहता हूं....बस रुकना नहीं चाहता .

5. Sarkar: नजदीकी फायदा देखने से पहले दूर का नुकसान सोचना चाहिए.

6. Namastey London: जब तक हार नहीं होती ना....तब तक आदमी जीता हुआ रहता है.

7. Chak De! India: वार करना है तो सामने वाले के गोल पर नहीं, सामने वाले के दिमाग पर करो..गोल खुद ब खुद हो जाएगा.

8. Mary Kom: कभी किसी को इतना भी मत डराओ कि डर ही खत्म हो जाए.

9. Jannat: जो हारता है, वही तो जीतने का मतलब जानता है.

10. Happy New Year: दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं विनर और लूजर...लेकिन जिंदगी हर लूजर को एक मौका जरूर देती है जिसमें वह विनर बन सकता है.

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My biggest teacher
Mumbai
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Mumbai Taught Me:
@ Whether you are a millionaire or a ragpicker you will love Vadapav

@ Mumbai Taught Me : nothing is more important in your life than Money.! Whether you’re alive or dead.!

@ Mumbai Taught Me: It makes a lot of difference to catch a 8.55am local and to catch 9.05am local

@ Mumbai Taught Me : How to behave, how to tackle problems, how to make friends in just 10mins, how to behave in a global arena

@ Mumbai Taught Me : distance is measured in time and not KM

@ Mumbai Taught Me :There will always be someone to share the first drop of Monsoon or a pipping hot bhutta with at Marine Drive

@ Mumbai Taught Me : that if you can survive this city you can survive the world

@ Mumbai Taught Me : that there is a vast difference between people traveling in Western, Central and Harbour line

@ Mumbai Taught Me : that you can own half of Pune or Bangalore, or buy a 2 BHK in Juhu for the same price.

@ Mumbai Taught Me : there is something called 0.5 BHK, and you may not afford it.

@ Mumbai Taught Me: how to talk to strangers without feeling awkward

@ Mumbai Taught Me : that problems can’t be solved easily but can be kept away for a while by contemplatively sitting near the sea

@ Mumbai Taught Me :we can have bus friend, train friend, office friend, mohalla friend not only just school or college friend

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सफलता पछीनो सौथी
अघरो तबक्को,

तमारी सफलताथी खुश थनारने
शोधवानो होय छे....!!!

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Tuesday, October 13, 2015

13-10-2015

ટચુકડી વાર્તા :-
સત્ય ને એક માણસ મળતો નથી અફવા ને ટોળા મળે છે.
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દુનિયાના ૮ સુંદર વાક્યો
  • શેક્સપીયર: કોઈ દિવસ કોઈની લાગણીઓ સાથે રમશો નહિ કારણ કે કદાચ ત્યારે તમે એ રમતમાં જીતી જશો પણ એ વ્યક્તિને કાયમ માટે તમારા જીવન માંથી ખોઈ બેસશો.
  • નેપોલિયન: આ દુનિયા એ ગણું સહન કર્યું છે, નહિ કે ખરાબ લોકો ના તોફાન થી પણ સારા લોકો ના મૌન ના કારણે સહન કરવું પડ્યું છે.
  • આઈનસ્ટાઇન: હું મારા જીવનમાં સદાય એ લોકો નો આભારી છું જેમને મને દરેક વાતમાં ના પડી કારણ કે એટલા માટે જ હું જીવનમાં આટલું બધું કરી શક્યો.
  • અબ્રાહમ લિંકન: જો મિત્રતા તમારી કમજોરી છે તો તમે દુનિયાના સૌથી શક્તીશાળી વ્યક્તિ છો.
  • શેક્સપીયર: હસતા ચહેરા નો મતલબ એ નથી કે એનામાં દુખ નથી પણ એનો મતલબ એ છે કે એને દુખ સાથે સારી રીતે તાલમેલ કરતા આવડે છે.
  • વિલિયમ આર્થર: તક ઉગતા સૂર્ય જેવી છે જો તમે લાંબો સમય એની રાહ જોઈ રહ્યા તો જતી જ રહેવાની છે.
  • હિટલર: જયારે તમે ઉજાસ માં હોવ ત્યારે બધા જ તમરી સાથે રહેશે પણ જેવા તમે અંધારામાં ગયા કે તરત તમારો કાયમી સાથી પડછાયો પણ તમારો સાથ છોડી દેશે.
  • શેક્સપીયર: સિક્કો હમેશા અવાજ કરે છે પણ ચલણી નોટ જરાય અવાજ નથી કરતી તો જયારે તમારું મૂલ્ય વધે ત્યારે હમેશા શાંત રહો.
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एक पिता की प्रार्थना अपनी बेटी की शादी में अपने दामाद से
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माँ की ममता का सागर ये,
          मेरी आँखों का तारा है !
कैसे बतलाऊँ तुमको ,
          किस लाड प्यार से पाला है !!

तुम द्वारे मेरे आए हो,
          मैं क्या सेवा कर सकता हूँ !
ये कन्या रूपी नवरत्न तुम्हें,
          मैं आज समर्पित करता हूँ !!

मेरे ह्रदय के नील गगन का,
          ये चाँद सितारा है !
मैं अब तक जान ना पाया था,
          इस पर अधिकार तुम्हारा है !!

ये आज अमानत लो अपनी,
         करबद्ध  निवेदन करता हूँ !
ये कन्या रूपी नवरत्न तुम्हें,
         मैं आज समर्पित करता हूँ !!

इससे कोई भूल होगी,
         ये सरला है , सुकुमारी है !
इसकी हर भूल क्षमा करना ,
         ये मेरे घर की राजदुलारी है !!

मेरी कुटिया की शोभा है,
         जो तुमको अर्पण करता हूँ !
ये कन्या रूपी नवरत्न तुम्हें ,
         मैं आज समर्पित करता हूँ !!

भाई से आज बहन बिछ्ड़ी ,
        माँ से बिछ्ड़ी उसकी ममता !
बहनों से आज बहन बिछ्ड़ी ,
        लो तुम्हीं इसके आज सखा !!

मैं आज पिता कहलाने का,
       अधीकर समर्पित करता हूँ !
ये कन्या रूपी नवरत्न तुम्हें,
       मैं आज समर्पित करता हूँ !!

जिस दिन था इसका जन्म हुआ,
       ना गीत हुए ना बजी शहनाई !
पर आज विदाई के अवसर पर,
       मेरे घर बजती खूब शहनाई  !!

यह बात समझकर मैं,
        मन ही मन रोया  करता हूँ !
ये गौकन्या रूपी नवरत्न तुम्हें,
         मैं आज समर्पित करता हूँ !!
ये गौकन्या रूपी नवरत्न तुम्हें,
     मैं आज समर्पित करता हूं .....

 बहुत सुन्दर लाईन
दहेज़ में बहु क्या लायी...
 ये सबने पूछा...

लेकिन एक बेटी क्या क्या छोड़ आई...
किसी ने सोचा ही नहीं...
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Saturday, October 10, 2015

10-10-2015

जिंदगी बहुत कम है, प्यार से जियो
रोज सिर्फ इतना करो -
  • गम को        "Delete"
  • खुशी को       "Save"
  • रिश्तोँ को      "Recharge"
  • दोस्ती को      "Download"
  • दुश्मनी को      "Erase"
  • सच को         "Broadcast"
  • झूठ को         "Switch Off"
  • टेँशन को     "Not         Reachable"
  • प्यार को        "Incoming"
  • नफरत को       "Outgoing"
  • हँसी को          "Inbox"
  • आंसुओँ को       "Outbox"
  • गुस्से को          "Hold"
  • मुस्कान को        "Send"
  • हेल्प को              "OK"
  • दिल को करो      "Vibrate"

  फिर देखो जिँदगी का.............
"RINGTONE" कितना प्यारा बजता है......!!!!
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पठान: वो जो टेबल पे आदमी बैठा है उस से
हमारा दुश्मनी है ।
दोस्त: टेबल पे तो 4 आदमी हैं ।

पठान: वो जिसकी मूंछे हैं ।
दोस्त: मूंछें तो सबकी हैं ।

पठान: वो जिसके सफ़ेद कपडे हैं ।
दोस्त: वो तो सबके सफ़ेद हैं ।

पठान ने गुस्से में पिस्तौल निकाला और
3 आदमियों को गोली मार दी
और
जो बच गया उसकी तरफ इशारा कर के बोला इससे हमारा दुश्मनी है । इसको हम नहीं छोड़ेगा ।

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Friday, October 9, 2015

09-10-2015

कॉलेज में Happy married life पर

एक  workshop हो रही थी,

 जिसमे कुछ शादीशुदा

 जोडे हिस्सा ले रहे थे।

जिस समय प्रोफेसर  मंच पर आए 

उन्होने नोट किया कि सभी

पति- पत्नी शादी पर

जोक कर  हँस रहे थे...

ये देख कर प्रोफेसर ने कहा

 कि चलो पहले  एक Game खेलते है...

उसके बाद  अपने विषय पर बातें करेंगे।

सभी  खुश हो गए

और कहा कोनसा Game ?

प्रोफ़ेसर ने एक married

 लड़की को खड़ा किया

और कहा कि तुम ब्लेक बोर्ड पे

 ऐसे 25- 30 लोगों के  नाम लिखो

जो तुम्हे सबसे अधिक प्यारे हों

लड़की ने पहले तो अपने परिवार के

लोगो के नाम लिखे

फिर अपने सगे सम्बन्धी,

 दोस्तों,पडोसी और

सहकर्मियों के नाम लिख दिए...

अब प्रोफ़ेसर ने उसमे से

कोई भी कम पसंद वाले

5 नाम मिटाने को कहा...

 लड़की ने अपने

सह कर्मियों के नाम मिटा दिए..

 प्रोफ़ेसर ने और 5 नाम मिटाने को कहा...

लड़की ने थोडा सोच कर

अपने पड़ोसियो के नाम मिटा दिए...

अब प्रोफ़ेसर ने

और 10 नाम मिटाने को कहा...

लड़की ने अपने सगे सम्बन्धी

 और दोस्तों के नाम मिटा दिए...

अब बोर्ड पर सिर्फ 4 नाम बचे थे

 जो उसके मम्मी- पापा,

पति और बच्चे का नाम था..

 अब प्रोफ़ेसर ने कहा इसमें से

 और 2 नाम मिटा दो...

लड़की असमंजस में पड गयी

 बहुत सोचने के बाद

बहुत दुखी होते हुए उसने

अपने मम्मी- पापा का

नाम मिटा दिया...

सभी लोग स्तब्ध और शांत थे

 क्योकि वो जानते थे

कि ये गेम सिर्फ वो

लड़की ही नहीं खेल रही थी

 उनके दिमाग में भी

यही सब चल रहा था।


अब सिर्फ 2 ही नाम बचे थे...

 पति और बेटे का...

 प्रोफ़ेसर ने कहा

और एक नाम मिटा दो...

लड़की अब सहमी सी रह गयी...

बहुत सोचने के बाद रोते हुए

 अपने बेटे का नाम काट दिया...

प्रोफ़ेसर ने  उस लड़की से कहा

 तुम अपनी जगह पर जाकर बैठ जाओ...

और सभी की तरफ गौर से देखा...

और पूछा-

क्या कोई बता सकता है

कि ऐसा क्यों हुआ कि सिर्फ

 पति का ही नाम

बोर्ड पर रह गया।

कोई जवाब नहीं दे पाया...

सभी मुँह लटका कर बैठे थे...

प्रोफ़ेसर ने फिर

उस लड़की को खड़ा किया

और कहा...

ऐसा क्यों !

जिसने तुम्हे जन्म दिया

और पाल पोस कर

इतना बड़ा किया

उनका नाम तुमने मिटा दिया...

 और तो और तुमने अपनी

 कोख से जिस बच्चे को जन्म दिया

उसका भी नाम तुमने मिटा दिया ?

लड़की ने जवाब दिया.......

 कि अब मम्मी- पापा बूढ़े हो चुके हैं, 

कुछ साल के बाद वो मुझे

और इस दुनिया को छोड़ के

चले जायेंगे ......

मेरा बेटा जब बड़ा हो जायेगा

तो जरूरी नहीं कि वो

शादी के बाद मेरे साथ ही रहे।

लेकिन मेरे पति जब तक मेरी

 जान में जान है

 तब तक मेरा आधा शरीर बनके

 मेरा साथ निभायेंगे

इस लिए मेरे लिए

सबसे अजीज मेरे पति हैं..

प्रोफ़ेसर और बाकी स्टूडेंट ने

 तालियों की गूंज से

लड़की को सलामी दी...

प्रोफ़ेसर ने कहा

तुमने बिलकुल सही कहा

 कि तुम और सभी के बिना

रह सकती हो

पर अपने आधे अंग अर्थात

 अपने पति के बिना नहीं रह सकती l

मजाक मस्ती तक तो ठीक है

पर हर इंसान का

अपना जीवन साथी ही

उसको सब  से ज्यादा

अजीज होता है...

ये सचमुच सच है for all husband and wife   कभी मत भूलना.....
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किसी ने ग़ालिब से पूछा:
"मोहब्बत शादी से पहले
करनी चाहिए या शादी
के बाद?!?"
ग़ालिब ने कहा:............
"कभी भी करो पर बीवी को
पता नहीं चलना चाहिए!"
******************************
घंउ खावाथी शरीर फुले,
ने   जव   खावाथी जुले,
मगने   चोखा   ना  भूले,
तो बुद्धि ना बारणा खुले....

घंउने  तो  परदेशी जाणुं,
जव    छे    देशी   खाणुं,
मग नी दाळ ने चोखा मळे,
तो   लांबु   जीवि   जाणुं....

गायना घी मां रसोई  रांधो,
तो शरीर नो मजबूत बांधो,
ने तलना तेलनी मालीशथी,
दुखे   नहीं  अेकेय  सांधो....

गायनुं  घी  छे  पीळु  सोनुं,
ने  मलाई   नुं   घी   चांदी,
हवे  वनस्पति  घी  खाइने,
थाय  सारी   दुनिया  मांदी...

मग   कहे  हुं  लीलो  दाणो,
ने     मारे      माथे    चांदु ,
बे-चार  महीना  मने  खाय,
तो  माणस  उठाडु   मांदु....

चणो   कहे  हूं  खरबचडो,
मारो पीळो   रंग   जणाय,
जो रोज पलाळी मने खाय,
तो   घोड़ा   जेवा   थाय....

रसोई  रांधे  जो  पीतळमां,
ने   पाणी   उकाळे  तांबु ,
जे  भोजन  करें  कांसामां,
तो   जीवन   माणे  लांबु....

घर  घर  मां  रोगना खाटला,
ने  दवाखाना   मां   बाटला,
फ्रीज ना ठंडा पाणी पी ने,
भूली  गया   छे   माटला....

पूर्व  ओशिके  विधा  मळे,
दक्षिणे     धन     कमाय,
पश्चिमे     चिंता   उपजे,
उतरे       हानि     थाय.....

उंधो   सुवे   ते  अभागीयो,
चतो   सुवे    ते    रोगी ,
डाबे  तो  सहु  कोई  सुवे,
जमणे   सुवे   ते   योगी.....

आहार  अेज  अौषध  छे,
त्यां   दवानुं    शुं    काम,
आहार  विहार  अज्ञानथी,
दवाखाना  थया  छे जाम....

रात्रे   वहेला   जे   सुवे,
वहेला   उठे    ते   विर,
प्रभु भजन पछी भोजन,
कहेवाय   अे   नरविर.....
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हमेशा इन ब्रान्डेड चीजो का ही ईस्तमाल करे....
1. होठों के लिये " सत्य "
2. आवाज के लिये " प्रार्थना"
3. आंखो के लिये " दया"
4. हाथों के लिये " दान "
5. ह्दय के लिये "प्रेम"
6. चहेरे के लिये " हँसी "
ओर
7. बड़ा बनने के लिये "माफी".
निवेदन :- इस पोस्ट को सभी लोगो तक पहुचाने में  मदद करे.
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अेक बड़े मुल्क के राष्ट्रपति के बैडरूम की खिड़की सड़क की ओर खुलती थी। रोज़ाना हज़ारों आदमी और वाहन उस सड़क से गुज़रते थे। राष्ट्रपति इस बहाने जनता की परेशानी और दुःख-दर्द को निकट से जान लेते।
राष्ट्रपति ने एक सुबह खिड़की का परदा हटाया। भयंकर सर्दी। आसमान से गिरते रुई के फाहे। दूर-दूर तक फैली सफ़ेद चादर। अचानक उन्हें दिखा कि बेंच पर एक आदमी बैठा है। ठंड से सिकुड़ कर गठरी सा होता।
राष्ट्रपति ने पीए को कहा -उस आदमी के बारे में जानकारी लो और उसकी ज़रूरत पूछो।
दो घंटे बाद। पीए ने राष्ट्रपति को बताया - सर, वो एक भिखारी है। उसे ठंड से बचने के लिए एक अदद कंबल की ज़रूरत है।
राष्ट्रपति ने कहा -ठीक है, उसे कंबल दे दो।
अगली सुबह राष्ट्रपति ने खिड़की से पर्दा हटाया। उन्हें घोर हैरानी हुई। वो भिखारी अभी भी वहां जमा है। उसके पास ओढ़ने का कंबल अभी तक नहीं है।
राष्ट्रपति ने गुस्सा हुए और पीए पूछा -यह क्या है? उस भिखारी को अभी तक कंबल क्यों नहीं दिया गया?
पीए ने कहा -मैंने आपका आदेश सेक्रेटरी होम को बढ़ा दिया था। मैं अभी देखता हूं कि आदेश का पालन क्यों नहीं हुआ।
थोड़ी देर बाद सेक्रेटरी होम राष्ट्रपति के सामने पेश हुए और सफाई देते हुए बोले - सर, हमारे शहर में हज़ारों भिखारी हैं। अगर एक भिखारी को कंबल दिया तो शहर के बाकी भिखारियों को भी देना पड़ेगा। और शायद पूरे मुल्क में भी। अगर न दिया तो आम आदमी और मीडिया हम पर भेदभाव का इल्ज़ाम लगायेगा।
राष्ट्रपति को गुस्सा आया -तो फिर ऐसा क्या होना चाहिए कि उस ज़रूरतमंद भिखारी को कंबल मिल जाए।
सेक्रेटरी होम ने सुझाव दिया -सर, ज़रूरतमंद तो हर भिखारी है। आपके नाम से एक 'कंबल ओढ़ाओ, भिखारी बचाओ' योजना शुरू की जाये। उसके अंतर्गत मुल्क के सारे भिखारियों को कंबल बांट दिया जाए।
राष्ट्रपति खुश हुए। अगली सुबह राष्ट्रपति ने खिड़की से परदा हटाया तो देखा कि वो भिखारी अभी तक बेंच पर बैठा है। राष्ट्रपति आग-बबूला हुए।
सेक्रेटरी होम तलब हुए। उन्होंने स्पष्टीकरण दिया -सर, भिखारियों की गिनती की जा रही है ताकि उतने ही कंबल की खरीद हो सके।
राष्ट्रपति दांत पीस कर रह गए। अगली सुबह राष्ट्रपति को फिर वही भिखारी दिखा वहां। खून का घूंट पीकर रहे गए वो।
सेक्रेटरी होम की फ़ौरन पेशी हुई। विनम्र सेक्रेटरी ने बताया -सर, ऑडिट ऑब्जेक्शन से बचने के लिए कंबल ख़रीद का शार्ट-टर्म कोटेशन डाला गया है। आज शाम तक कंबल ख़रीद हो जायेगी और रात में बांट भी दिए जाएंगे।
राष्ट्रपति ने कहा -यह आख़िरी चेतावनी है।
अगली सुबह राष्ट्रपति ने खिड़की पर से परदा हटाया तो देखा बेंच के इर्द-गिर्द भीड़ जमा है। राष्ट्रपति ने पीए को भेज कर पता लगाया। पीए ने लौट कर बताया -कंबल नहीं होने के कारण उस भिखारी की ठंड से मौत हो गयी है।
गुस्से से लाल-पीले राष्ट्रपति ने फौरन से पेश्तर सेक्रेटरी होम को तलब किया। सेक्रेटरी होम ने बड़े अदब से सफाई दी -सर, खरीद की कार्यवाही पूरी हो गई थी। आनन-फानन हमने सारे कंबल बांट भी दिए। मगर अफ़सोस कंबल कम पड़ गये।
राष्ट्रपति ने पैर पटके -आख़िर क्यों? मुझे अभी जवाब चाहिये।
सेक्रेटरी होम ने नज़रें झुका कर कहा -सर, भेदभाव के इलज़ाम से बचने के लिए हमने अल्फाबेटिकल आर्डर से कंबल बांटे। बीच में कुछ फ़र्ज़ी भिखारी आ गए। आख़िर में जब उस भिखारी नंबर आया तो कंबल ख़त्म हो गए।
राष्ट्रपति चिंघाड़े -आखिर में ही क्यों?
सेक्रेटरी होम ने भोलेपन से कहा -सर, इसलिये कि उस भिखारी का नाम 'जेड' से शुरू होता था।
........यह है आज की प्रशासनिक व्यबस्था।
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