Friday, February 25, 2011

25-02-2011

New people in your life may be a poem but old people are alphabets.Don't forget alphabets because you will need them to read the poem.

जिंदगीमे रिश्ते निभाना उतना ही मुश्किल होता है जितना हाथमे लिये हुए पानीको गिरनेसे बचाना|
So care every relation

रामजी लंका जित कर वापस आ रहे थे तब शुपर्णखा बोली :" प्रभु मेरा क्या होगा ?"
राम : " कलयुगमे अयोध्या पर राज करोगी विवाह फीर भी नही होगा | नाम होगा मायावती|

दोस्ती दिल है दिमाग नही |
दोस्ती सोच है आवाझ नही|
कोई आँखोंसे नही देख सकता दोस्तीका झझबा क्योंकी दोस्ती एहसास है अंदाझ नही |

नझरे मीले तो उसे ईझहार कहेते है |
रातोंको निंद न आये तो उसे प्यार कहेते है|
स्माईल दे तो उसे इकरार कहेते है |
और जो इस झमेलेमे ना पडे उसे समझदार कहेते है|