Tuesday, March 24, 2015

24-03-2015

"Thirsty crow"🐧 in GujHinglish!!! Once upon a kagda🐧... Sitting on a baakda🚧... Kagda very much pyasa💦... Looking haafda-faafda😢... Here-there bhatka😢... He saw a matka🍯... Some pathar patka🌑... Little water gatka💦... And then satka....😛
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😁सांप बेरोजगार हो गये, अब आदमी काटने लगे..... कुत्ते क्या करें ?... जब "तलवे," आदमी चाटने लगे..!! कहीं चांदी के चमचे हैं....!! तो कहीं चमचों की चांदी है...!! ''छोटी छोटी बातें दिल में रखने से बड़े बड़े रिश्ते कमजोर हो जाते हैं" कभी पीठ पीछे आपकी बात चले तो घबराना मत ... बात तो "उन्हीं की होती है".. जिनमें कोई " बात " होती है...
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 यदि कबीर जिन्दा होते तो आजकल के दोहे यह होते :- 🔹नयी सदी से मिल रही, दर्द भरी सौगात! बेटा कहता बाप से, तेरी क्या औकात!! 🔹पानी आँखों का मरा, मरी शर्म औ लाज! कहे बहू अब सास से, घर में मेरा राज!! 🔹भाई भी करता नहीं, भाई पर विश्वास! बहन पराई हो गयी, साली खासमखास!! 🔹मंदिर में पूजा करें, घर में करें कलेश! बापू तो बोझा लगे, पत्थर लगे गणेश!! 🔹बचे कहाँ अब शेष हैं, दया, धरम, ईमान! पत्थर के भगवान हैं, पत्थर दिल इंसान!! 🔹पत्थर के भगवान को, लगते छप्पन भोग! मर जाते फुटपाथ पर, भूखे, प्यासे लोग!! 🔹फैला है पाखंड का, अन्धकार सब ओर! पापी करते जागरण, मचा-मचा कर शोर! 🔹पहन मुखौटा धरम का, करते दिन भर पाप! भंडारे करते फिरें, घर में भूखा बाप! 
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***मोक्ष की टूर*** --------------------------------🚂🚊🚉🚈🚋🚃 👉ट्रेन की टिकिट -समकित 👉ट्रेन का नाम- संयम एक्सप्रेस 👉ट्रेन का ड्राइवर -अरिहंत भगवान 👉ट्रेन के गार्ड- निर्ग्रन्थ गुरु 👉प्रस्थान का स्टेशन-अढी द्वीप क्षेत्र 👉पहुँचने का स्टेशन-सिद्ध क्षेत्र 👉स्टेशन का नाप- 45 लाख योजन 👉मुख्य जंक्शन-मनुष्य भव 👉प्लेटफार्म नम्बर -15 कर्मभूमि 👉साथ क्या ले जाओगे? -केवलज्ञान,केवलदर्शन 👉कब शुरू होती है ?- तीसरे-चौथे आरे में 👉टूर कहाँ तक की?- लोकाग्र तक 👉टाइम पास -स्वाध्याय 👉साथीदार-अष्ट प्रवचन माता 👉सीट नम्बर-गुण्स्थान6 से 14(11 वां वर्ज्य) 👉तैयारी किसकी?- रत्नत्रयी आराधना 👉सावधानी?- कर्मबन्ध से बचने की 👉रास्ते में रुकना- नॉन स्टॉप पहुँचने का समय- 1 समय 👉वहां कितना रुकोंगे?-हमेशा, अनंतकाल तो फिर आइये सभी संयम एक्सप्रेस🚉🚉 
सवार होकर मोक्षपुरी की यात्रा करने चलते  
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जब भी मन में कन्फ्यूजन उठे की खाऊ की नहीं खाऊ – मत खाना
जब भी मन में कन्फ्यूजन उठे की जाऊ की नहीं जाऊ – जरुर जाना
जब भी मन में कन्फ्यूजन उठे की पियु की नहीं पियु – जरुर पीना

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